क्या भारत को ईरान से कच्चा तेल सस्ता मिलता है?

 भारत और ईरान के बीच संबंध बहुत अच्छे हैं यहां पर सिया समुदाय के बीच भावनात्मक पहलू पर भारत और ईरान के बीच रिश्ता कायम है। भारत और ईरान के बीच हमेशा से ही सामाजिक आर्थिक और सांस्कृतिक जुड़ाव रहे हैं ईरान भारत का एक अच्छा मित्र है जो कच्चा तेल सस्ते दामों पर देता है।

ईरान के पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्राकृतिक गैस भंडार है इराक और सऊदी अरब के बाद ईरान भारत का तीसरा सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता देश है। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच रूस भारत को महंगा तेल बेच रहा है। इस समय यह पश्चिमी देशों को 60 डॉलर प्रति बैरल पर बेच रहा है जबकि भारत को 30% महंगे यानी 80 डॉलर प्रति बैरल पर बेच रहा है।

विश्लेषकों के मुताबिक, यही स्थिति रही तो देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ सकती हैं। यह लंबे समय से स्थिर बनी हुई हैं। जब भारत सस्ते में रूस से तेल खरीद रहा था, तब भी खुदरा बाजारों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 100 रुपये के आस-पास थीं, और अब जब कच्चा तेल महंगा हो गया है, तब भी यह उसी भाव पर स्थिर है।

कारोबारियों का कहना है कि अक्तूबर की जो तेल की इस समय कार्गो लोडिंग हो रही है, वह 80 डॉलर प्रति बैरल पर हो रही है। रूस में कच्चे तेल का भंडार कम हो गया है। उत्पादन में भी कटौती की गई है। सूत्रों के मुताबिक, कटौती से भारतीय बंदरगाहों पर यूराल के लिए छूट कम होकर 4-5 डॉलर प्रति बैरल हो गई है।

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